जौनपुर। मुफ्तीगंज विकास खंड क्षेत्र में फरवरी 2021 में आया आरक्षण मैदान में उतरे प्रत्याशी बिना चुनाव लड़े ही हार गये। जिससे लोगों में सरकार प्रति आक्रोश है।
बता दे कि ग्राम पंचायत, जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य का आरक्षण आने पर बिना डेट के कुछ प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतर गये। पोस्टर बैनर छपवा कर चस्पा भी करवा दिए। दस हजार से लेकर लाखों रूपये खर्च भी किए लेकिन हाईकोर्ट ने आरक्षण पर रोक लगाते ही प्रत्याशियों के समीकरण बिगड़ने लगा और दूसरा आरक्षण आते ही जो मैदान में प्रत्याशी उतरे थे आरक्षण बदलने पर बिना चुनाव लड़े ही चुनाव हार गये। लेकिन आरक्षण में बदलाव आने पर डेढ़ दर्जन निर्तवान प्रधानों की बाँहे खिल गई और फिर चुनाव लड़ने का मौका दुबारा मिल गया। अब देखना है कि यह प्रधान चुनाव लड़ते है बैठ जाते है क्योंकि पांच साल में जितना जनता के साथ ब्यवहार किए होगे उतना उनको लड़ने का फायदा मिलेगा। क्योंकि इनके सामने लड़ने वाले प्रत्याशी पांच साल में जनता के बीच जो बीज बोए होगे उसको कटवाने में इनकी मदद जरूर करेगें। इसलिए यह देखना है कि चुनाव लड़ेगे या मैदान से भाग खड़े होगे |
Home / Latest / जौनपुर। बिना लड़े हारे प्रधान एवं जिलापंचायत के प्रत्याशी, डेढ़ दर्जन निर्तवान प्रधानो को फिर मिला मौका