जौनपुर। सिकरारा क्षेत्र के एक प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक को दो माह से स्कूल से गायब रहने तथा अन्य अनियमितताओं के आरोप में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बुधवार को निलंबित कर दिया जिससे क्षेत्र में बेपरवाह शिक्षकों में हड़कम्प मच गया है।
क्षेत्र के सैदपुर खास स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक जयप्रकाश यादव की अनियमितता तथा शैक्षिक वातावरण के पतन बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की शिकायत ग्रामीणों द्वारा लगातार अधिकारियों को मिल रही थी। जिसकी पुष्टि के लिए मंगलवार को बीइओ राजीव कुमार यादव दिन में 11 बजे विद्यालय पर पहुँचे। वहाँ उपस्थित अकेली सहायक अध्यापक रेनू देवी विद्यालय के कुल 13 बच्चों को एक कक्षा में पढ़ाते हुए मिलीं । प्रभारी के बारे में उन्होंने बताया कि वे विगत दो माह से गायब हैं लेकिन उनकी उपस्थिति कूट रचित ढंग से उपस्थिति पंजिका व लागबुक पर कोई रिश्तेदार हस्ताक्षर बनाकर करता रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि स्कूल में कुल नामांकित 43 बच्चों में 16 ही वास्तविक है। निरीक्षण में घोर अनियमितता सामने आयी। बच्चों को दिया जाने वाला निःशुल्क ड्रेस, स्वेटर, जूता मोजा, पुस्तकें आदि का वितरण अभी तक नही किया गया है। जब कि इसकी फर्जी सूचना बीआरसी पर उपलब्ध कराई जाती रही है। अभी तक विद्यालय विकास के लिए आवंटित कम्पोजिट ग्रांट का धन भी उपयोग में नही लाया गया है जिसके चलते विद्यालय का स्वरूप बहुत ही दयनीय स्थिति में पहुँच गया है। चारों ओर गन्दगी का अम्बार लगा है। शैक्षिक गुणवत्ता बदतर है। उक्त शिक्षक पर लगाये गए आरोपों की पुष्टि विद्यालय के बच्चों ,रसोइया तथा आस पास के ग्रामीणों द्वारा भी की गयी। एसएमसी की न तो कोई बैठक हुई है और न ही पंजिका में दर्ज है। इससे पहले एक जनवरी को संकुल प्रभारी के पर्यवेक्षण में भी खामियों की पुष्टि हुई थी जिसके आधार पर उन्होंने लाग बुक में दर्ज किया है कि प्रभारी प्रधानाध्यापक के फोन लोकेशन अन्य प्रान्त में मिल रहे हैं। बीइओ ने अपनी जाँच आख्या में लिखा है कि उक्त हेड मास्टर द्वारा विद्यालय की शैक्षणिक एवं प्रशासनिक व्यवस्था ध्वस्त करने, फर्जी हस्ताक्षर बनाने, शासकीय योजनाओं व निर्देशों की अवहेलना तथा वित्तीय अनियमितताओं में लिप्त रहने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने की संस्तुति दी गयी जिसे गम्भीरता से लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ राजेंद्र सिंह ने आख्या के आधार पर उक्त शिक्षक को निलंबित कर दिया ।