जौनपुर। सिंगरामऊ के श्री त्रिभुवनेश्वर महादेव धाम परिसर हरिहरपुर में चल रहे सात दिवसीय राम कथा में छठें दिन की कथा में अनिल शास्त्री जी ने राम-रावण युद्ध का लंका पर चढ़ाई और युद्ध का वृतांत सुनाया। प्रभु राम की सेना द्वारा लंका पर चढाई, दोनों सेनाओं के मध्य घोर युद्ध, मेघनाद लक्ष्मण का युद्ध, लक्ष्मण को शक्ति लगने और मूर्छित होने, हनुमान का संजीवनी बूटी लेने जाने और बाधाओं के बावजूद संजीवनी बूटी लाने का वर्णन, मेघनाद वध, कुंभकर्ण वध, रावण के साथ राम का घोर युद्ध में रावण का राक्षसों समेत मारने का वर्णन कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कथावाचक प्रकाश चन्द्र विद्यार्थी जी ने कहा कि जीवन में सत्संग बहुत जरूरी है। इस अवसर पर दन्डी स्वामी श्री श्री 1008 रामानंद सरस्वती जी महाराज ,मंदिर के पुजारी पं. श्याम शंकर शुक्ल, पंडित हरि प्रसाद शुक्ल, रामगुन मिश्र ,माता प्रसाद मिश्र, रमेश चंद्र,संतोष तिवारी, श्रीकांत मिश्र व अनेक श्रद्धालुओं ने श्री राम कथा का रसपान किया कथा के उपरांत भगवान श्रीराम की आरती उतारी और प्रसाद वितरण किया गया।