जौनपुर। रामपुर थाना क्षेत्र में बाल चिकित्सालय चला रहे युवा डाक्टर की प्रेमिका ने बुधवार को चिकित्सालय पहुंचकर शादी नहीं करने का आरोप लगाते हुए आत्मदाह करने लगी। आसपास के लोगों ने उसे किसी तरह बचाया और पुलिस को सौंप दिया।
बताया जाता हैं कि मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के फत्तूपुर अजोशी निवासी डॉक्टर आशीष यादव की रामपुर थाना क्षेत्र के नहर पर मालती बाल चिकित्सालय है। डॉक्टर का अपने गांव के फत्तूपुर में पड़ोसी स्वजातीय प्रेमिका स्नेहा यादव (बदला हुआ नाम) से विगत 10 सालों से प्रेम संबंध चल रहा था। स्नेहा के अनुसार 2017 में गुपचुप तरीके से डॉक्टर ने उससे शादी भी कर ली थी। लेकिन बीते 01 दिसंबर को डॉक्टर ने प्रेमिका स्नेहा यादव( बदला हुआ नाम) को बिना बताएं अपनी दूसरी शादी कर ली। आरोप है कि डॉक्टर ने उससे 10 साल पहले गुपचुप तरीके से शादी कर शारीरिक शोषण करता रहा और उसकी शादी नहीं रुके उसका अपहरण कुछ नेताओं द्वारा करवाकर शहर मुंबई पहुंचा दिया। जिसको लेकर प्रेमिका ने बुधवार को डॉक्टर की चिकित्सालय के सामने पहुंच अपने शरीर पर तेल छिड़कर आत्मदाह करने लगी। आसपास के लोगों ने दौड़कर किसी तरह युवती को बचाया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवती समेत डॉक्टर के भाई को गिरफ्तार कर थाने ले गई जहां मामले की पुलिस जांच कर रही है।
हैवान बना डॉक्टर अपने शरीर की भूख मिटाने के लिए 10 सालों से युवती का करता था शारीरिक शोषण
आत्मदाह के दौरान पुलिस के गिरफ्त में आई डॉ आशीष यादव के प्रेमिका पुलिस के सामने और कैमरे में जो बयान दिया उससे हर कोई सुनने वाले की रोंगटे खड़े हो गए। प्रेमिका ने बताया कि डॉक्टर शादी का लालच देकर बीते 10 सालों से शारीरिक शोषण करता रहा लेकिन जब भी शादी की बात होती थी तो चुपके से ले जाकर मेरी शादी कर लिया लेकिन खुलेआम रखने के लिए थोड़ा इंतजार करने की बात करता रहा।
डॉक्टर बाल चिकित्सक रहा अथवा शारिरिक शोषण का मनोरोगी
रामपुर थाना क्षेत्र की नहर के पास बाल चिकित्सालय खोलकर बीते कई वर्षों से डॉ आशीष यादव बच्चों का चिकित्सा करता था लेकिन उसके हैवानियत की बात जब बुधवार की शाम प्रेमिका के द्वारा खुली तो मौजूद लोगों ने एक दूसरे से पूछते रहे कि डा. आशीष बाल चिकित्सक रहा अथवा शारीरिक शोषण करने का मनोरोगी रहा।
डॉ आशीष यादव लाइसेंसी शादी करने के लिए प्रेमिका को ठिकाने लगाने का भी रास्ता निकाला
बीते दिसंबर माह में डॉ आशीष यादव की शादी एक दूसरी जगह परिजनों ने तय किया था लेकिन डॉक्टर को भी था कि अगर यह शादी की राज्य प्रेमिका के पास पहुंची तो शादी होना नामुमकिन हो जाएगा और समाज एवं बिरादरी में बदनामी भी होगी। प्रेमिका की बातों पर विश्वास किया जाए तो डॉ आशीष यादव ने रामपुर थाना क्षेत्र के ही कुछ युवा नेताओं को साथ लेकर अपने प्रेमिका को पास बुलाया और तीन युवकों के सहयोग से युवती को बेहोशी की इंजेक्शन लगवाया और उसे ट्रेन के माध्यम से शहर मुंबई पहुंचा दिया। युवती ने पुलिस को एवं कैमरे के सामने उन तीन यादव बिरादरी के नेताओं का भी नाम बताई है।
फरार हुआ डॉक्टर, भाई गिरफ्तार
प्रेमिका की आत्मदाह का समाचार जैसे ही 112 नंबर पीआरबी और रामपुर थाने की पुलिस को लगी तुरंत मालती बाल चिकित्सालय पर पहुंचकर डॉक्टर को दबोचना चाहा लेकिन मौका पाकर बाल चिकित्सालय से फरार हो गया। पुलिस जांच पड़ताल के दौरान डॉक्टर के भाई को गिरफ्तार कर लिया और पुलिस डॉक्टर के बारे में भाई से पूछताछ के लिए थाने में बैठाकर जांच कर रही है।