जौनपुर। विकास खण्ड शाहगंज सोंधी में तैनात अपने कार्यों को लेकर हमेशा सुर्खियो में रहने वाली एक महिला पंचायत सचिव पर आखिरकार गाज गिर ही गयी ऐसा जनता की शिकायत पर होना बताया जा रहा है। महिला सचिव का बहुत पुराना विवादों से नाता रहा है।
“कार्यों में लापरवाही बरतने के आरोप में जिला विकास कार्यालय से किया गया सम्बद्ध, अपने रसूख के बल पर महिला पंचायत सचिव ने लिया था रिपोस्टिंग”
जिसको लेकर हमेशा वह चर्चाओं में रहती थी। इसके पूर्व इसी विकास खण्ड में यह महिला सचिव तैनात थी जिसको लापरवाही के आरोप में करंजाकलां विकास खण्ड में स्थानांतरण कर दिया गया था लेकिन अपने रसूख के बल पर उच्चाधिकारियों से सांठ गांठ कर उक्त महिला पंचायत सचिव ने पुनः वित्तीय वर्ष 2018 में अपना स्थानंतरण कराकर मनचाहे गांव में तैनाती लेलिया अपने रसूक के बल पर पुनः लापरवाही बरतना प्रारम्भ कर दिया। जब सारी हदें पार हो गई तो जनता ने इसकी शिकायत बड़ी तत्परता से उच्चाधिकारियों से की और अन्तः जिला विकास अधिकारी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल प्रभाव से लाईन हाजिर कर दिया। बताते चले कि महिला सचिव की लापरवाही से परेशान होकर तीन ग्राम सभा के प्रधानों ने पंचायत सचिव का कार्य बहिष्कार करते हुए विकास कार्यों को ठप्प कर दिया था लेकिन रसूख के आगे इसका कोई बाल बांका तक नहीं कर सका लेकिन जब जनता ने लापरवाही को संज्ञान में लेते हुए शिकायत किया तो तत्काल प्रभाव से सम्बंधित अधिकारी ने कार्यवाही किया उक्त महिला सचिव स्थानीय होने के कारण राजनीति में अच्छी पकड़ है। करंजाकला ब्लॉक के आधा दर्जन गांव में भी सचिव रह चुकी है। उक्त पंचायत सचिव का निवास स्थान सोंधी ब्लॉक मुख्यालय से लगभग चार किलोमीटर दूरी पर है स्थानीय होने के कारण क्षेत्र की राजनीति में दबदबा कायम है। जिससे चहेतों का काम करना और विपक्षियों को प्रतीक्षा में रखना इनका अनोखा अंदाज़ है। जनप्रतिनिधियों से ताल मेल न बना के जबरन मनमानी तरीके से काम करने से ग्राम प्रधान बुरी तरह से त्रस्त थे। कार्यवाही के पश्चात त्रस्त लोगों ने राहत भरी सांस ली है।