जौनपर। एक तरफ जहां पुलिस के आला अधिकारी छोटे-छोटे मामलों में भी त्वरित कार्रवाई करने की बात कर अपने ही हाथों अपनी पीठ थपथपाते नजर आते हैं तो वहीं दूसरी तरफ हत्या जैसे जघन्य अपराधों में भी पुलिस जांच के नाम पर पीड़ित परिजनों को ही प्रताड़ित कर रही है। घटना के एक माह बाद भी हत्या जैसे जघन्य अपराध में भी दो नामजद आरोपित अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है।
“मृतक के भाई ने मानवाधिकार व पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर लगाई न्याय की गुहार। जांच पड़ताल के नाम पर पुलिस पीड़ित परिजनों को ही कर रही प्रताड़ित। मृतक के भाई को ही 36 घंटे तक थाने पर बैठा कर पुलिस करती रही प्रताड़ित।
परिजनों द्वारा उच्चाधिकारीयो से शिकायत के बाद पुलिस ने मृतक के भाई को छोड़ा। मृतक के भाई ने थानाध्यक्ष सुरेरी व कार्यालय में तैनात मुंशी सूर्यकांत पटेल पर लगाया पिटाई करने का आरोप।”
जानकारी के अनुसार बीते 26 नवंबर की सुबह सुरेरी थाना के करौदी कला गांव निवासी 45 वर्षीय विनय प्रताप सिंह की लाश घर से कुछ ही दूर पर खेत में पाया गया था, घटना के बाद से ही मृतक के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए चौरी कठवतिया मार्ग पर जाम भी लगाया था। वही काफी मशक्कत के बाद पुलिस जाम को समाप्त कराकर मुकदमा दर्ज करने की बात कही थी लेकिन पीड़ित परिजनों के द्वारा दी गई तहरीर के अनुसार पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज ना कर दो नामजद आरोपितों पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर अपने जिम्मेदारियों का इतिश्री कर लिया। तभी से पीड़ित परिजन उच्चाधिकारियों से फरियाद लगाते रहे लेकिन यह बात भी थानाध्यक्ष सुरेरी को नागवार लगी और थानाध्यक्ष सुरेरी मुन्ना राम धुसिया ने मृतक के दो भाइयों को 36 घंटे तक थाने पर बैठाए रखा और जमकर प्रताड़ित किया। मृतक के भाई महेंद्र प्रताप का आरोप है कि थानाध्यक्ष सुरेरी व थाने पर तैनात मुंशी द्वारा उनकी जबरन पिटाई की गई और उन्हीं पर हत्या का आरोप स्वीकार करने के लिए दबाव बनाया जाने लगा। वहीं मृतक के परिजनों ने मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से की जिसके बाद पुलिस ने मृतक के भाइयों को 36 घंटे बाद थाने से छोड़ा। वही मृतक के परिजनों ने मानवाधिकार सहित पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर उक्त मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है। मृतक के भाई महेंद्र प्रताप सिंह का आरोप है कि पुलिस आरोपितों को बचाने में जुटी हुई है, वही मृतक के भाई महेंद्र सिंह का यह भी आरोप है कि पुलिस उक्त मामले में दो नामजद आरोपितों के बाद भी हत्या का मुकदमा दर्ज ना कर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर पीड़ित परिजनों को ही प्रताड़ित कर रही है। इस संदर्भ में थानाध्यक्ष सुरेरी मुन्ना राम धुसिया ने बताया कि जांच पड़ताल की जा रही है।
Home / Latest / जौनपुर। हत्या के एक माह बाद भी आरोपीत पुलिस की पकड़ से दूर, परिजन न्याय के लिए लगा रहे दौड़, सुरेरी का मामला