जौनपुर। नेवढ़िया क्षेत्र के दर्जनों गावों के किसान आवारा छुट्टे पशुओं से त्रस्त हो गए है गरीब किसानों के आय के श्रोत का माध्यम सिर्फ खेती करना है जिसमें वे अपने पास रखा हुआ पूरी पूंजी अपने खेत मे लगा देता है बस इस उम्मीद में की फसल तैयार होते ही हमारी सारी लागत मुनाफे के साथ हमे वापस मिल जाएगी लेकिन इस वर्ष उनकी मंशा पे पानी फिरता दिख रहा है क्षेत्र के किसान मनोज दुबे,भारत पटेल,आनंद पटेल,रामलाल यादव,दीना पटेल,विजय आदि ने बताया कि अगर इसी तरह आवारा पशुओं की संख्या बढ़ती रही तो किसानो को खेती बाड़ी छोड़कर अपनी आजीविका चलाने के लिए शहर की ओर पलायन करना होगा अगर सरकार इन छुट्टे पशुओं के रोकथाम के लिए कोई प्रबंध नहीं किए तो भविष्य में हम किसानों को मजबूरन खेती बन्द करनी पड़ेंगी इस वर्ष अगल बगल गाव के सभी किसानो को भारी नुकशान की भरपाई करनी होगी क्योंकि फसल के बुआई के बाद से ही आवारा,खुले पशु करीब दस से पंद्रह की संख्या की तादात में जिस तरफ जाते है पूरी फसल बर्बाद कर देते है जिसके चलते किसानो में आर्थिक और मानशिक तनाव बना हुआ है पूरे परिवार की जिम्मेदारी इसी खेती से ही पूरी करते है अब उनके सामने परिवार के भरण पोषण के साथ साथ अन्य जरूरी जिम्मेदारी को पूरी करने की चिंता सता रही है क्षेत्र के नोकरा,खोरावीर महनी जूड़पुर रामनगर बुद्धिपूर अहिरौली सारंगडीह बशिरपुर बहरी आदिपुर आदि गांवों में छुट्टा पशुओं का कहर है जिससे अज़ीज़ होकर क्षेत्रीय किसान जिलाधिकारी से अभिलम्ब इस समस्या के निराकरण की मांग की है।