बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे विनय कुमार गुप्त– डॉ सुषमा पटेल
क्षेत्र के गांधी और गौरव थे -पूर्व विधायक सीमा।
श्री गुप्त जी समाज से नहीं बल्कि समाज इनसे था– पालिकाध्यक्ष शिव गोविंद साहू।
जौनपुर(2जन.)। मुंगराबादशाहपुर कस्बा स्थित पुरानी सब्जी मंडी में पूर्व प्रधानाचार्य व वरिष्ठ पत्रकार विनय कुमार गुप्त के तेरहँवी पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। उपस्थित लोगो ने स्व.श्री गुप्त जी के चित्र पर पुष्प अर्पित करके उन्हें भावभीनी श्रद्धांजली दी और उनके व्यक्तित्व तथा कृत्यों पर चर्चा करते हुए उन्हें याद किया।
मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में उनके निधन पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए विधायक सुषमा पटेल ने कहा कि अब मुझे बेटी कहने वाले बाबूजी नही मिलेगें। मुझे दुःख इस बात का है कि बेटी का संबोधन अब समारोहों में मुझे नही मिलेगा। भींगे स्वर में उन्होंने कहा कि बाबू जी की अंतिम इच्छा, जिसमें हिन्दू इंटर कालेज को आजाद कराना था। उसे पूरा करने के लिए मैं बेटी धर्म के निर्वहन में कोई कोर कसर नही छोड़ूंगी। पूर्व विधायक सीमा द्विवेदी ने कहा कि श्री गुप्त जी साधारण व्यक्ति नहीं सर्व समाज के मार्ग दर्शक थे वह हमारे विधानसभा क्षेत्र के गांधी थे।चेयरमैन शिव गोविंद साहू ने कहा कि वह नगर के धरोहर और सर्वमान्य ब्यक्ति थे।विहिप नेता कृष्ण गोपाल जायसवाल ने कहा कि वे योग्य पिता संस्थापक यमुना प्रसाद गुप्त के योग्य पुत्र थे। जर्नलिस्ट आइडियल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ प्रमोद वाचस्पति ने कहा कि हमने अपना एक राष्ट्रीय संरक्षक को खो दिया है। वैद्यराज राज गंगाधरद्विवेदी ने कहा कि श्री गुप्त जी का निधन पत्रकारिता जगत की अपूरर्णीय क्षति है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता बंशीधर शर्मा ने कहा कि उनके निधन से कांग्रेस पार्टी को अपूर्णीय क्षति हुई है।शिक्षक नेता सालिकराम पटेल ने कहा कि असंख्य ज्ञानपुत्रों में शिक्षा का ज्योति जलाने वाले तीन पीढ़ियों के गुरू श्री गुप्त जी शिक्षा जगत के आदर्श थे। काशी विद्यापीठ के प्रोफेसर आरपी सिंह ने कहा कि उनका निधन विनय युग की समाप्ति है। सभासद आजम राइन ने कहा कि वे सभी जाति धर्म के सर्व मान्य प्रेरणा स्रोत थे। किसान मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर धनंजय सिंह ने कहा कि वे हमारे यूनियन के पिता होने के कारण हमने किसानों के पिता को खो दिया है। बसपा नेता शैलेन्द्र साहू ने कहा कि हिन्दू इंटर कालेज को शिक्षा माफियाओं से मुक्त कराना ही गुरु जी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कार्यक्रम की शुरुआत पत्रकार बृजेश कुमार गुप्त सहित परिजनों तथा शाखा प्रबंधक पीएनबी स्मृति सिंह ने स्व विनय कुमार गुप्त के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके किया। संचालन चंद्र शेखर पाण्डेय तथा सीता राम पटेल ने किया। शिक्षक भोल नाथ शर्मा, कवि रमाकांत अम्बर ,अर्पित शुक्ला,गोकरन केसरी आदि ने गीतों के मध्यम से श्री गुप्त जी के जीवनवृत्तांत को प्रस्तुत किया|मुख्य रूप से कांग्रेस युवा नेता आशू सिंह, सपा नेता भोलाराम सरोज, विहिप नेता शीतला प्रसाद मिश्र, हिमकर पाण्डेय, रामनाथ यादव, परमेन्द्र सिंह, प्रकाश पाण्डेय, रामलला पाण्डेय, कपिल देव पाण्डेय, चक्रपाणि पाण्डेय,नवल किशोर श्रीवास्तव, शेर बहादुर सिंह, बसपा जोनल कोआर्डिनेटर आलोक सिंह, ओंकार नाथ शर्मा, ब्रजनाथ तिवारी, कुंदन निषाद,ज्ञान चन्द्र गुप्ता, बृजेश पाण्डेय, सौरभ त्रिपाठी, मंगलेश सिंह, डॉ आर पी विश्वकर्मा, प्रमोद के सिंह ,डा शिवकुमार मिश्र, आलोक कुमार गुप्त,विक्की गुप्ता, राजकुमार गुप्त, राज कुमार, जायसवाल,प्रधानाचार्य अनिल शुक्ला आदि रहे।