जौनपुर(28दिसंबर)। क्षेत्र के बबुरीगाँव मे आज कवियों ने अपने शब्दो मे स्व.अम्बालाल यादव मास्टर के प्रथम पुण्यतिथि पर ब्रम्हदेव शुक्ल “मधुप” जी ने अपने शब्दों के माध्यम से वहाँ पर आये हुये लोगो का मनमोह लिया और अपनी पंक्तियों में कहा मृत्यु सत्य है और शरीर नश्वर हैं,
यह जानते हुए भी अपनों के जाने का दुःख होता हैं,
“हमें ईश्वर से प्रार्थना करनी चाहिए कि
दिवंगत आत्मा को शांति और मोक्ष प्रदान करें ! और कहाँ “नहीं तुमसे जो मिल पाए घर के छोटे बच्चे,
पूछते हैं तेरे बारें में तो किस्सा सुनाता हूँ,
अँधेरा कभी परिवार के पास से हो यदि गुजरा,
तेरी यादों का हर दिल में दीपक जलाता हूँ” इसी कड़ी में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अरुण जी ने कहा दुनिया बहुत बड़ी है इस दुनिया में रोज़ाना लाखो लोगो की मृत्यु होती है, और लाखो लोग जन्म भी लेते है, और जिसका जन्म होता है उसकी मृत्यु भी निश्चित होती है, लेकिन अच्छे लोग कभी नहीं मरते वो अपनी माद्दी जिस्मानी सूरत से तो आज़ाद हो जाते हैं लेकिन उनकी यादें दिलों में हमेशा घर किए रहती हैं और हम उन्हें वक़्तन फ़वक़्तन याद करते रहते हैं। इसलिए आज हम आपको जो शायरी संस बताएँगे उनसे आप अपनी भावनाओ के दुःख को प्रकट कर सकते है । मौके पर मौजूद ग्रामीणों में कंसराज यादव , सुरेश यादव, गिरधारी यादव, लालमणि यादव, पंडा यादव , मनीष यादव, संतोष यादव, विनय यादव,गोपीनाथ यादव, जंगली यादव, अमृतलाल यादव, जवाहर यादव, डॉ सुरेंद्र यादव, राजेश यादव, आदि तमाम लोग उपस्थित रहे ।