जौनपुर(18दिसंबर)। रामनगर विकासखंड के जुड़पुर गांव में बीते 13 दिसंबर को दयाशंकर गिरी के यहां तेरहवी के भोजन खाने पर फूड प्वाइजिंग से 47 लोग हुए डायरिया के शिकार हो गए। तेरहवीं में गाँव समेत उनके सगे संबंधी सहित रिश्तेदार भी आमंत्रित रहे। सभी लोगों ने भोजन करने के कुछ घंटों पश्चात ही उल्टी व दस्त होना शुरू हो गया। पीड़ित ग्रामीण पहले तो क्षेत्र के ही झोलाछाप डॉक्टरों के यहां उपचार कराएं लेकिन जब उन्हें आराम नहीं हुआ तो वे लोग निजी अस्पतालों में उपचार के लिए जाना शुरू कर दिये, लेकिन ग्रामीणों के स्वास्थ में सुधार नही हो रहा था। बुधवार को गांव के 25 लोगों का निजी अस्पताल में उपचार होने लगा, जिसमें गांव के ही शनि सरोज 17वर्ष,आशीष यादव 21वर्ष,राजू सरोज 20 वर्ष,विपिन 16 वर्ष, शिवपूजन 22वर्ष,भीम सरोज,20वर्ष,रोहित यादव,10 वर्ष विकास गिरी 6 वर्ष,पूजा वनवासी 7 वर्ष,अनिल बनवासी 21 वर्ष गोलू यादव 9 वर्ष,विशाल सरोज 8 वर्ष,सुंदर प्रजापति 9 वर्ष,फूलपत्ती देवी 60 वर्ष,विकाश पाल 16 वर्ष शनि 18 वर्ष,राजू 17 वर्ष सहित 47 लोगों का उपचार चल रहा है। वही गांव के ही भोलू प्रजापति की स्थिति गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया हैं।मंगलवार दोपहर पांचवे दिन स्वास्थ्य विभाग टीम ने जूड़पुर गांव के मुसहर बस्ती में पहुंचकर 22 लोगों का उपचार किया और बस्ती में क्लोरीन की दवाइयां वितरित किये। स्वास्थ्य टीम में डॉ. राकेश शर्मा, संदीप उपाध्याय, कस्तूरा देवी, पूजा, स्वास्थ्य टीम में मौजूद थे।निजी अस्पताल में उपचार कर रहे डॉक्टर ने बताया कि फूड प्वाइजिंग के कारण कोल्ड डायरिया की शिकायत है। इस संबंध में चिकित्सा प्रभारी रामनगर डॉ.आलोक सिंह ने बताया कि बुधवार दोपहर को सूचना मिलने पर जब स्वास्थ्य टीम गाँव मे पहुची तो 47 लोग फ़ूड प्वाइजिंग के गिरफ्त में मिले। जिसमें से मुसहर बस्ती में मौजूद 22 लोगों का स्वास्थ्य टीम ने उपचार किया और क्लोरीन की दवाइयां वितरित किया और 25 लोगों का निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है।