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जौनपुर। पंचायत में बुलाकर प्रधान पति नीलू की राड एवं लाठी से मारकर चाकू से की गई हत्या

फालोअप
जौनपुर (6 सितंबर)। जनपद के बरसठी थाना क्षेत्र के जरौटा गांव में पंचायत के बहाने बुलाकर पूर्व प्रधान के पति प्रेमनारायण सिंह उर्फ नीलू की राड, लाठी डंडे से पिटाई करने के बाद चाकू से वार कर हत्या कर दी गयी। सूचना पर रात में एसपी रवि शंकर छवि एसएसपी ग्रामीण संजय राय, सीओ अवधेश शुक्ल सहित आधा दर्जन थानों की फोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुँचकर मामले की जानकारी ली और हमलावरों की गिरफ्तारी के आदेश दिये।पुलिस रात में कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। हालांकि कोई अनहोनी घटना न हो इसके लिए मौके पर पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है। थाने पर एक कम्पनी पीएसी भी बुला ली गयी है। अभी तक शव नही आ पाया है, पोस्टमार्टम के बाद शाम तक शव आने की संभावना है। गांव में रास्ते के विवाद काफी दिनों से चल रहा है। गांव के पंचायत मित्र चन्द्रसेन पटेल की रास्ते मे आबादी की भूमि होने के कारण पहले से चले आ रहे रास्ते में दीवार बना लिया है जिसके कारण रास्ता संकरा होकर अवरुद्ध हो गया है। इसी रास्ते से 100 साल पुराने रास्ते से मुस्लिम बस्ती के लोग आते जाते थे। इसको लेकर पिछले 14 अगस्त को दोनों पक्षो में झगड़ा हुआ था। सूत्रों की माना जाय तो उस समय पुलिस ने एक पक्षीय मुस्लिमो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर 151 में चालान भी कर दिया था। पूर्व प्रधान होने के कारण वोट के लिए नीलू मुस्लिमों के पक्ष की खुलकर पैरवी करते थे। जो कुछ पटेल बिरादरी को नागवार लगती थी। गुरूवार को भी शाम को दोनो पक्षो में झगड़ा हुआ था तो नीलू ने सभी को डांट कर शान्त करा कर घर चले गये।मुस्लिम ताजिया को लेकर लकड़ी खेलकर अपने अपने घर चले गये। परिजनों ने बताया कि नीलू रात को खाना खाकर सोने जा रहे थे तभी किसी का फोन आया कि ताजिया चौक के पास आइये सब लोग है बात कर मामला सुलझा लिया जाय। नीलू घर से बाइक से बुलाये गये स्थान पर चले गए। वहाँ पहुँचे तो कोई नही था बाइक पर बैठे ही थे कि अचानक उनके ऊपर लाठी डंडे से हमला हो गया। वह गाड़ी पर से गिर पड़े इसके बाद हमलावरों ने उनके गले मे चाकू से कई हमला किया। हमले से लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़े। किसी ने इसकी सूचना उनके घर पर दिया। सुनते ही उनके बड़े भाई अजीत नारायण सिंह कुछ लोगों के साथ घटना स्थल पर पहुँचे तो सभी घटना कर भाग चुके थे। नीलू अकेले लहुलुहान होकर गिरे पड़े थे। बड़े भाई ने पुलिस को सूचना देने के साथ ही अस्पताल लेकर गए जहाँ जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी।
लोगो की माने तो नीलू सिंह मुस्लिम पक्ष के लोगो के चहेते थे और उन लोगो का नीलू पर अटूट विस्वास था। इसी बात को लेकर पटेल बिरादरी के लोग नाराज भी रहते थे,लेकिन नीलू सिंह के प्रभुत्व के आगे उनकी एक नही चल रही थी। गुरूवार को साजिश करके घटना को अंजाम दिया गया। नीलू बेबाक अंदाज के थे और राजनीति में रुचि पकड़ भी रखते थे जिसके कारण वे कही डरते नही थे इसलिए गांव वाले के चहेते भी थे।

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