जौनपुर(24जुलाई)। केराकत तहसील में अधिवक्ता व एसडीएम के बीच उत्पन्न विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को एक बार फिर अधिवक्ताओं व एसडीएम के बीच जमकर तीखी नोक झोंक हुई। अधिवक्ताओं के उग्र तेवर देख एसडीएम ने पुलिस बुलाकर न्यायालय का कार्य किया।
बताया जाता हैं कि मंगलवार को अधिवक्ताओं द्वारा एसडीएम को न्यायालय में बंद कर दिया था। उसी बंदी के दौरान एसडीएम राकेश कुमार ने 70 मुकदमों को बगैर सुने ख़ारिज कर दिया था। जिसको लेकर वकीलों के आक्रोश का पारा चढ़ गया। बुधवार को एसडीएम अपने चेंबर में बैठे हुए थे कि अधिवक्ता चेंबर में पहुंच कर ख़ारिज किये गये मुकदमों के आदेश वापस लेने का दबाव बनाने लगे। इसी दौरान जमकर दोनों ओर से नोकझोंक हुआ। उसके बाद एसडीएम न्यायालय में बैठकर मुकदमों की सुनवाई करने लगे। जिसपर आक्रोशित अधिवक्ता न्यायालय में हंगामा करने लगे। इसी दौरान एसडीएम ने पुलिस को सूचना दे दिया। थोड़ी ही देर में कोतवाल बिंद कुमार पुलिस बल के साथ पहुंच गए। उसके पूर्व अधिवक्ता न्यायालय से बाहर जा चुके थे। पुलिस के पहरेदारी में एसडीएम ने न्यायालय में बैठकर कुछ मुकदमों का निस्तारण किया। वहीं दूसरी ओर युवा अधिवक्ता सुनील कुमार सोनकर व उदयराज कन्नौजिया ने जिलाधिकारी को सम्बोधित आनलाइन इस आशय की तहरीर देकर एसडीएम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। दिए गए तहरीर में दोनों अधिवक्ताओं का कहना,है कि बुधवार को एसडीएम के चेम्बर में पहुंच कर एक प्रार्थना पत्र देकर आदेश देने को कहा। जिसपर एसडीएम ने कहा कि मेरे चैंबर से बाहर निकल जाओ। मुझे नहीं जानते अभी तुम दोनों को खटिक व धोबी बना दूंगा। सारी वकालत भूल जायेगी। जब हम दोनों अधिवक्ता बाहर निकलने लगे तो धमकी देते हुए एसडीएम ने कहा कि जान से मरवाकर फेकवा दूंगा लाश का पता भी नहीं चलेगा। बहरहाल अभी एसडीएम की ओर से समाचार भेजने तक पुलिस को कोई तहरीर नहीं दिया है। इस संबंध में एसडीएम को फोन सम्पर्क किया लेकिन बात नहीं हो पाई। केराकत कोतवाल बिंद कुमार ने पूछने पर बताया कि एसडीएम की ओर से कोई भी तहरीर नहीं मिला है।