जौनपुर (21जुलाई)। बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान की समीक्षा डीएम अरविन्द मलप्पा बंगारी, पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार की अध्यक्षता में पुलिस लाइन सभागार में संपन्न हुई।
बालिका सुरक्षा जागरुकता अभियान की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि विद्यालय में जाएं और बच्चों की जो समस्या हो उनसे फीडबैक प्राप्त करें और उसे माह के अंत में एकत्र कर उपलब्ध कराएं साथ ही सभी विद्यालयों में समय से जाएं और निर्धारित समय के अनुसार बच्चों की कार्यशाला संपन्न करते हुए उनसे संवाद स्थापित करें। उन्होंने कहा कि बच्चों के मन में शोषण के विरुद्ध व्याप्त भय को निकालना है ताकि वह किसी घटना के घटित होने पर विभिन्न हेल्पलाइन नम्बरों के माध्यम से हमें अवगत करा सकें।
पुलिस अधीक्षक ने निर्देशित किया कि जिन विद्यालयों में जागरुकता अभियान टीम जा रही है उन विद्यालयों के बच्चों की कोई समस्या हो या किसी इंडिविजुअल व्यक्तिगत बच्चे की समस्या हो उसे नोट कर लें, हम लोग अभियान समाप्ति के बाद उन सारे बच्चों की समस्याओं को निस्तारित करने का प्रयास करेंगे साथ ही विद्यालय में लगने वाली शिकायत पेटिका के बारे में भी बच्चों को स्पष्ट रूप से अवगत करा दें, कि यह पेटिका विद्यालय द्वारा जरूर लगवाई गई है परंतु इसको खोलने का कार्य संबंधित थानाध्यक्ष द्वारा किया जाएगा और उसमें प्राप्त शिकायतों का निस्तारण भी सुनिश्चित किया जाएगा।
जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी द्वारा अवगत कराया गया कि अभी तक हम लोग 174 विद्यालयों में लगभग 51000 बच्चों से संवाद स्थापित कर पाए हैं आने वाले सप्ताह के लिए हम लोगों का लक्ष्य एक सप्ताह में 50 हजार बच्चों का होगा, इसे पूरा करने के लिए टीम को कड़ी मेहनत करनी होगी। यूनिसेफ के बाल सुरक्षा सलाहकार नीरज शर्मा द्वारा पीपीटी के माध्यम से कार्यक्रम की अब तक की प्रगति रखी गई।
कार्यक्रम में नया सवेरा के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर मोइनुद्दीन, महिला थानाध्यक्ष तारावती यादव एवं विभिन्न थानों से लगी महिला कांस्टेबल, जिला बाल संरक्षण इकाई के बाल संरक्षण अधिकारी चन्दन राय, सामाजिक कार्यकर्ता सुधा सोनकर, विजय अस्थाना, महिला शक्ति केंद्र की महिला कल्याण अधिकारी नीता वर्मा एवं जिला समन्वयक प्रतिभा सिंह, जिला समन्वयक बबीता, 181 महिला हेल्पलाइन की डीसी प्रीति चौबे एवं प्रीति गुप्ता, ताइक्वांडो प्रशिक्षण सत्या मौर्य, शुभम गुप्ता, बाल कल्याण समिति के पूर्व अध्यक्ष संजय उपाध्याय, प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता रमेश यादव इत्यादि उपस्थित रहे।