जौनपुर(17 जुलाई)। बरसठी क्षेत्र के सराय हरिहर गांव में हुई मारपीट में पुलिस की संवेदन हीनता सामने नजर आयी। सराय हरिहर गांव में दो पक्षों में हुए मारपीट के दौरान बुरी तरह घायलों का इलाज कराने को कौन कहे पुलिस ने उसका चालान कर दिया। धर्मेन्द्र का सिर फट गया है। खून से लथपथ धर्मेन्द्र का पुलिस इलाज कराने के बजाय 151 में चालान एसडीएम मड़ियाहूं कोर्ट में कर दिया। वही गंभीर रूप से घायल सुकुडू की पत्नी विमला का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।विमला का हाथ पैर टूट गया है और सिर में गंभीर चोट आयी है। इधर पुलिस उसके पति को थाने पर बैठाए रखी दोपहर बाद उसका भी चालान कर दिया। विमला का पति सुकुडू पुलिस से गिड़गिड़ाता रहा लेकिन पुलिस उसकी एक न सुनी। एक तरफ पत्नी इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती तो दूसरी तरफ उसका पति थाने की लॉकअप में बैठा रहा। इस समय बरसठी पुलिस बेलगाम हो चुकी है। थाने पर आने वाले फरियादियों की समस्या सुनने के बजाय उन्हें सिर्फ 151 में चालान किया जाता है। बरसठी पुलिस के लिए किसी का आदेश निर्देश बेकार है। जबकि डीजीपी का आदेश है कि थाने पर आने वाले फरियादियों की समस्या सुनकर उसका निस्तारण करे लेकिन यहाँ सब उल्टे ही होता है।