संवाददाता
राजेन्द्र प्रसाद विश्वकर्मा
जौनपुर (20 मई)। मुफ्तीगंज विकास खण्ड क्षेत्र में खाने पीने के सामान का रेट इतना बढ़ गया है कि गरीब के घर चुल्हा जलना मुश्किल हो गया है। भागते महंगाई के बीच आम जनता पिसी जा रही है। जिसका सुधि लेने वाला कोई नहीं है।
बता दे कि विकास खण्ड के बाजार में इस समय हर रसोई में बनने वाला अरहर की दाल 85 से 90 रूपये, मटर की दाल 55 से 60 रुपये, चना की दाल 80 से 85 रूपये, उरद की दाल 70 से 75 रुपये प्रति किलो फुटकर की दर से बिक रही है। जबकि सब्जी को देखा जाए तो आलू 10 से 12 रूपये, पियाज 18 से 20 रूपये, टमाटर 330 से 40 रूपये कोहड़ा, नेनुआ, परवल, बैगन, कटहल, करैला जैसे तमाम सब्जियों के भाव आसमान को छु रहे है।
परिवार के लिए टमाटर तो रसोईघर से दूर हो चुकी है। कोहड़ा जो आम दिनों पांच रूपए प्रति किलो में मिल जाता था। आज आठ गुना बढ़ चुकी है। आज के समय में जिनके पास सात से आठ परिवार है महंगाई डायन के चलते उनके घर में बमुश्किल चुल्हा जल पाता है। महंगाई की तुलना यदि मनरेगा मजदूरों के हिसाब से किया जाय तो इतना कम पैसों में गरीब का चुल्हा नहीं जल पायेगा। जबकि इस समय मनरेगा का भी कार्य बंद चल रहा है। प्रधान संघ के ब्लाक अध्यक्ष शिवबदन यादव ग्राम प्रधान से हुई फोन से बात में उन्होंने बताया कि इस समय किसी योजना से कोई कार्य नहीं हो रहा है क्योंकि सरकार के पास पैसा नहीं है तो मनरेगा का भी कार्य भी बंद है। इससे सम्बंधित मजदूरी करने वाले का परिवार महंगाई के चलते या तो भूखे मर रहा है या किसी तरह अपना पेट भर रहा है।