जौनपुर (11 जून)। जनपद के रामपुर थाना क्षेत्र के स्थानीय कस्बे में स्थित वर्मा हॉस्पिटल पर इलाज के दौरान रेफर किए गए किशोर की मौत पर परिजनों संग ग्रामीणों ने मंगलवार को जमकर उत्पात मचाया हॉस्पिटल में तोड़फोड़ मचाने के साथ ही वहां स्टाफ की खड़ी एक बुलेट बाइक में उपद्रवियों ने आग लगा दी जिससे बुलेट बाइक धू-धू कर कंपाउंड में जलने लगा। आग की तेज लपटों और उपद्रवियों के उपद्रव करने के कारण वहां भर्ती मरीज अपने अपने कमरों को बंद कर अंदर घुस गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह वहां रखी बालू और समरसेबल चलवा कर आग पर काबू पाया।
रामपुर थाना क्षेत्र के कोटिगांव रामनगर निवासी अशोक पांडे का पुत्र सत्यम 17 और पन्ना लाल यादव का पुत्र आनंद 18 मंगलवार की सुबह दोनों साथ में घर के पास स्थित आम के पेड़ पर चढ़कर आम तोड़ रहे थे कि एक साथ दोनों नीचे गिर पड़े और चोटहिल हो गए। परिजनों ने दोनों को रामपुर स्थित डॉक्टर आशाराम वर्मा के हॉस्पिटल पर इलाज के लिए ले आए। जिसमें आनंद यादव को इलाज के बाद छोड़ दिया गया और गंभीर रूप से घायल सत्यम को रोके रखा गया। करीब 2:00 बजे घर सत्यम का इश्क हुआ इसे देखने के बाद डॉक्टर ने दूसरी जगह ले जाने की सलाह दिया। एंबुलेंस से भदोही स्थित जीवनदीप हॉस्पिटल चले गए लेकिन बताया जाता है कि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
परिजनों का आरोप है कि करीब 3:00 बजे डॉक्टर की लापरवाही के कारण एक इंजेक्शन लगाने के बाद किशोर युवक की मौत हो गई। किशोर युवक की मौत की समाचार जैसे ही कोटिगांव में पहुंची वहां से 30-40 की संख्या में लोग हॉस्पिटल पर पहुंचकर तोड़फोड़ शुरू कर दिए और कुछ लोगों ने डॉक्टर आशाराम को बंधक बनाकर सरेआम पिटाई करते हुए आधा किलोमीटर पैदल पीटते हुए थाने पर ले गए। थाने पर मौजूद प्रभारी थानाध्यक्ष बृजेश कुमार ने तुरंत लाश को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया उसके बाद ग्रामीणों द्वारा लाए गए डॉक्टर को हिरासत में लेकर थाने में बैठा दिया गया प्रभारी थानाध्यक्ष ने पीड़ितों से तहरीर की मांग की। थाने में अभी डॉक्टर के खिलाफ तहरीर लिखी जा रही थी कि कुछ उपद्रवी वर्मा हॉस्पिटल पर पहुंचकर पुनः तोड़फोड़ करना शुरू किया और वहां खड़ी डॉक्टर के स्टाप मुसईपुर निवासी मनीष यादव की बुलेट मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया।
जिससे बाइक धू-धू कर जलने लगा और वहां हॉस्पिटल में भर्ती मरीज उपद्रवियों के दहशत गर्दी के कारण अपने को रूमों को बंद कर लिए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आग का गोला बन चुकी बुलेट मोटरसाइकिल के ऊपर बालू फेंककर और समरसेबल से पानी फेंककर आग पर काबू पाया। उपद्रवियों के दहशत से हॉस्पिटल पर सियापा पसर गया है। प्रभारी थानाध्यक्ष ने कहा कि सभी उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा लिखा जाएगा। इस संबंध में आशाराम वर्मा ने कहा की पीड़ित झूठा आरोप लगा रहे हैं मैंने कोई इंजेक्शन नहीं दिया था न ही अस्पताल पर मौत हुई थी। मैंने दोपहर में ही उसे छोड़ दिया था