जौनपुर (8मई)। जिला कारागार जौनपुर में
आर्ट आफ लिविंग हैप्पीनेस प्रीजन स्मार्ट कोर्स आयोजित किया गया। योग गुरु आचार्य जितेंद्र जी के आर्ट आफ लिविंग के तत्वाधान में आयोजित कोर्स 30 अप्रैल से 6 मई तक चलाया गया।
योग में शिविर का कैदियों में काफी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला। योग गुरु आचार्य जितेंद्र जी ने शिविर में
योग बंदियों को उर्जा, खुशी, उत्साह प्रदान करने के साथ-साथ आत्म केंद्रित करना बताया । और कहा कि योग तनावमुक्त सुखी जीवन जीने के लिए तकनीकी प्रदान करता है। उन्होंने अंतिम दिन कैदियों को बताया कि मनुष्य के शरीर में काफी ऊर्जा होती है जिसे मनुष्य पहचान नहीं पाता और ना ही समुचित उपयोग कर पाता है। मनुष्य की अज्ञानता के कारण से अधिकांश उर्जा विखर जाती है। नियमित प्राणायाम से मनुष्य की ऊर्जा को लयबद्ध किया जा सकता है। योग व श्वास क्रिया के माध्यम से स्थूल शरीर और मन के बीच एक सेतु विकसित किया जा सकता है जिससे हम मन का वर्तमान में लाने का प्रयास कर सकते हैं। हम बहिर्मुखी से अंतर्मुखी होने लगते है। सुदर्शन क्रिया एक शक्तिशाली स्वास्थ्य क्रिया है जो सांसों को लयबद्व करके मन और शरीर को तनाव से मुक्त करती है और व्यक्ति को स्वाभाविक रूप से वर्तमान क्षण में जीने की कला सीखा कर सुखी और समृद्ध बना देती है। कार्यक्रम का शुभारंभ जेल अधीक्षक द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का संचालन जेल के शिक्षक डा. राज ध्रुवराज, जेलर संजय कुमार, डिप्टी जेलर, सुनील दत्त मिश्र, जेल वार्डन रत्नेश पाण्डेय द्वारा विशेष सहयोग प्रदान किया गया।