जौनपुर (28मार्च)। अपने जमाने की मशहूर फिल्म अभिनेत्री एवं पूर्व सांसद जयाप्रदा भाजपा में शामिल हो गई हैं। जया रामपुर जनपद से भाजपा की उम्मीदवार भी होंगी और गठबंधन के प्रत्याशी आजम खां को चुनौती देंगी। वैसे तो जया प्रदा अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री रही हैं लेकिन फैंस उनके बारे में जानने के लिए आज भी उत्सुक रहते हैं। आइए आपको बताते हैं जया प्रदा से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें।
अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री जया प्रदा का असली नाम ललिता रानी है। फिल्मों में आने के बाद जैसे कई कलाकारों के नाम बदलते हैं वैसे ही ललिता रानी जयाप्रदा हो गईं। ललिता उर्फ जया का जन्म 3 अप्रैल 1962 में आंध्र प्रदेश के राजाहमुंडरी जिले में हुआ था। जया के पिता कृष्णा राव तेलुगू फिल्मों के फाइनेंसर थे। जया के फिल्मी कैरियर की शुरुआत तेलुगू फिल्म ‘भूमिकोसम’ से हुई। इस फिल्म के लिए जया प्रदा को केवल 10 रुपए मिले थे। शुरू से ही जयाप्रदा की जिंदगी रहस्य और रोमांच से भरी रही है। उनका जीवन हमेशा किसी न किसी वजह से चर्चाओं में रहा है।
फोटो- अपने पति श्रीकांत नाहटा के साथ
1986 में जब जया का कैरियर पीक पर था जयाप्रदा ने निर्माता श्रीकांत नाहटा से शादी कर ली। दोनों 22 जून 1986 को शादी के बंधन में बंध गए। जयाप्रदा श्रीकांत की दूसरी पत्नी थीं। इससे पहले श्रीकांत ने चंद्रा के साथ शादी की थी जिससे उनके तीन बच्चे भी हैं। श्रीकांत और जयाप्रदा की शादी से काफी विवाद भी खड़ा हुआ, क्योंकि उन्होंने अपनी पहली पत्नी को तलाक दिए बिना जयाप्रदा से शादी की थी। हैरानी की बात तो ये है कि जयाप्रदा से शादी के बाद भी उनकी पहली पत्नी से श्रीकांत को बच्चे हुए शादीशुदा होने के बावजूद आज भी वह अकेली ही रहती है। महान फिल्मकार सत्यजीत रे जया की सुंदरता और एक्टिंग से इतने प्रभावित थे कि वे उन्हें विश्व की सुंदरतम महिलाओं में एक मानते थे। अमर सिंह के साथ लिंकअप को लेकर एक बार जयाप्रदा ने कहा था- मैं अमर सिंह को अपना ‘गॉडफादर’ मानती हूं।
हालांकि मैं उन्हें राखी भी बांध दूं, तब भी मेरे उनके बारे में बाते बनाना बंद नही करेंगे। इतना ही नहीं जयाप्रदा ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से विधायक आजम खान पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने उन पर तेजाब हमला कराने की कोशिश की थी। जया प्रदा ने 1994 में तेलगु देशम पार्टी ज्वाइन की थी। 1994 में जया ने TDP के लिए चुनाव प्रचार किया। इसके बाद जया ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन की। 2004 के आम चुनाव में जया उत्तरप्रदेश की रामपुर सीट से चुनाव लड़ीं और जीतीं।
इसके कुछ दिनों बाद कथित तौर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के चलते इन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। इसके बाद इन्होंने मार्च 2014 में राष्ट्रीय लोकदल पार्टी ज्वाइन कर ली और अब वह भाजपा में शामिल होकर रामपुर से चुनाव लड़ेंगी। राजनीतिक दलों में जया और आजम के आमने सामने टक्कर को लेकर राजनितिक सरगर्मियां तेज हो गई है।