जौनपुर (16मार्च)। एयर फोर्स सेंटर कानपुर की विंग कमांडर शालिनी उपाध्याय ने कहा कि मन में आगे बढ़ने का जज़्बा पैदा करिए, मंजिल खुद ब खुद चल कर आपके कदमों में आएगी। इसके लिए लक्ष्य निर्धारण तथा कार्य के प्रति समर्पण व परिश्रम बहुत ही जरूरी है। इस का कोई विकल्प नहीं होता। यहां सफलता के लिए शार्ट कट की तलाश में भटकना खुद को धोखा देना है। कुछ इसी तरह की बातें श्रीमती उपाध्याय ने शनिवार को क्षेत्र के ताहिरपुर स्थित अंग्रेजी माध्यम प्राथमिक विद्यालय के बच्चों से अनौपचारिक भेंट के दौरान उनके उत्साहवर्धन के लिए किया जिससे बच्चे काफी प्रसन्न व उत्साहित दिखे। उन्हें यह सहज ही विश्वास नहीं हो रहा था कि एक सामान्य सी लड़की जैसी दिख रही महिला वायु सेना की जहाज उड़ाती है।
शालिनी स्थानीय भुइला गांव निवासी व पूर्व प्रमुख सुधाकर उपाध्याय की सुपुत्री हैं। वह इन दिनों अपने मायके आयी हुई हैं। थोड़ी ही देर में विद्यालय के बच्चे उनसे बहुत ही अच्छी तरह घुल मिल गए। उन लोगों ने विंग कमांडर से फौजी जहाजों की उड़ान के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने उनकी उत्सुकता को सरल शब्दों में शांत करते हुए बताया कि जिस तरह जमीन पर सड़कें आप देख रहे हैं उसी तरह आकाश में भी (वायु मार्ग) सड़कें होती है।
उन्हीं सड़कों से सुरक्षित ढंग से जहाज उड़ाए जाते है। यह बात छोटे बच्चों को बहुत नई लगी। वे उनके पूछने पर अंग्रेजी में फर्राटे से कविता सुनाए। पढाई के बाद क्या बनना चाहते हैं प्रश्न के जवाब में बच्चो ने अपनी अलग अलग इच्छा जताई। जब एक बच्ची ने बड़ी सादगी के साथ कहा कि वह उनकी तरह जहाज उड़ाना चाहती हैं तो खूब तालियां बजीं। उन्होंने उसे पास बुलाकर शाबासी दी। उन्होंने ने गांव गिराव की पाठशाला में टाटपट्टी पर बैठ कर पढ़ाई करने के अनुभवों को भी बच्चों के साथ साझा किया। उन्होंने मिसाइल मैन पूर्व राष्ट्रपति डॉ अब्दुल कलाम का उदाहरण देते हुए कहा कि यह जरूरी नही है कि आप कहाँ और किस परिवेश के है जरूरी यह है कि आप क्या बनना चाहते है, इसका निर्धारण पहले से ही कर लें।
वायुसेना के एयर स्ट्राइक का जिक्र करते हुए सेना के शौर्य पर बच्चों में देशभक्ति का जज्बा भरते हुए कहा कि आप सभी देश के कर्णधार है। सपना वह जो आपको नींद न आने दे। उसे साकार करने के लिए तन मन की सारी शक्ति लगा दीजिये। विद्यालय के प्रधानाध्यापक डा. अमित सिंह ने बुके देकर गाँव की बेटी का स्वागत किया। इस मौके पर ए बीआरसी सुशील उपाध्याय,अनुपम श्रीवास्तव, सीमा उपाध्याय,मंजू जैसवार, आर पी एस सिंह, माधुरी सिंह, अमर बहादुर आदि रहे।