नवनीत सिंह रिपोर्टर नेवढ़िया
जौनपुर। जिले के नेवढ़िया थाना क्षेत्र के मोथुपुर हथेरा गांव में घरेलू कलह से उबकर युवक ने गाटर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया युवक की फांसी लगाकर मौत हो जाने के बाद पता चलने पर परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना रविवार की देर शाम की है।
नेवढियां थाना के ग्राम सभा मोथुपुर हथेरा में रविवार की देर शाम स्व. पारसनाथ विश्वकर्मा का 34 वर्षीय पुत्र अपने पक्के मकान की एक कमरे में गाटर के चूल्हे में फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया, थोड़ी देर बाद ही जब घटना की सूचना परिजनों को मिली तो परिजनों में कोहराम मच गया। धीरे-धीरे यह बात पूरे गांव में फैल गई और लोग घटना कैसी हुई की जानकारी करने के लिए दरवाजे पर पहुंचने लगे। फोन से ही सूचना थानाध्यक्ष प्रशांत पांडेय को भी दिया गया इसके बाद पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतारकर पंचनामा कराकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
घटना की संबंध में पुलिस की माना जाए तो जमीनी विवाद में घरेलू कलह को लेकर युवक ने फांसी लगाकर मौत को गले लगाया है। बताया जाता है कि मृतक तीन भाइयों में सबसे छोटा था। वह दुबई रहकर रोजी-रोटी करता था डेढ़ साल पहले वह घर आया था। मृतक के माता पिता की मृत्यु पहले हो चुकी है जब से पिता की मृत्यु हुई तब से बंटवारे की विवाद को लेकर भाइयों में अनबन चल रहा था। बताते हैं कि जब मृतक दुबई रहता था तो कमाकर घर पैसा भेजता था आरोप है कि उसका बड़ा भाई राजेश विश्वकर्मा पैसे को इधर-उधर कर हजम कर जाता था। यह बात जीवित पिता को नागवार गुजरता था लेकिन वह कुछ बोल नहीं पाते थे। पिता की मृत्यु के बाद पैसे और जमीन को लेकर बड़े भाई से हमेशा टकरार होता रहता था। बताते हैं कि पिता के जीवित रहते नेवढ़िया बाजार में एक जमीन खरीदी गई थी आरोप है कि वह जमीन मृतक के पैसे से ही खरीदी गई थी लेकिन उनका बड़ा भाई राजेश विश्वकर्मा पिता से अपने नाम अकेले करवाना चाहता था जिसके कारण पिता पारस भी राजेश से नाराज रहते थे। उक्त जमीन को राजेश अपने कब्जे में ले रखा था जिसे छोड़ना नहीं चाहता था जिसको लेकर मृतक की पत्नी कविता से आए दिन लड़ाई होता था। इसी लड़ाई से उबकर वह फांसी लगाकर मौत को गले लगाने में ही अपनी भलाई समझा जिसके कारण रविवार की शाम कमरे में जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया।
मृतक सुरेश विश्वकर्मा के दो लड़के थे। पहली
10 साल की शिवानी विश्वकर्मा, और दूसरा एक वर्ष का शिवांग विश्वकर्मा था।
बताते हैं कि मृतक की पत्नी कविता घरेलू कलह से इतनी उब चुकी थी कि उसके पति का शव अंतिम संस्कार के लिए जाते ही वह अपने मायके वाले परिवार के साथ जाने के लिए तैयार बैठी थी लेकिन परिजन उसे मना रहे थे।
इस संबंध में थानाध्यक्ष प्रशांत पांडेय ने बताया कि प्रथम दृष्टया घरेलू कलह उबकर युवक ने आत्महत्या किया है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।