जौनपुर। करंजाकला विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय हरदीपुर में तैनात एक शिक्षिका ने खंड शिक्षा अधिकारी करंजाकला पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है।पीड़ित ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र देते ही शिकायत की है। अध्यापिका के साथ मां होने का हवाला देते हुए बच्चे के उपचार के लिए अवकाश मांगी है।
बता दें कि करंजाकला हरदीपुर में तैनात शिक्षिका वंदना यादव ने बेसिक शिक्षा अधिकारी गोरखनाथ पटेल को प्रार्थना पत्र देते हुए करंजाकला के खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) पर दुर्व्यवहार करने अभद्रता करने धमकाने का आरोप लगाया है कहां की विगत एक सप्ताह में आरओ समीक्षा अधिकारी यूपीपी की संपन्न हुई तीन परीक्षाओं में लगातार ड्यूटी लगा दिया गया। जिससे दूधमुहे बच्चें को दूसरे के पास छोड़कर जाना पड़ा। जिससे बच्चे तबीयत बाद में बहुत खराब हो गई । बीईओ से बार-बार गुहार लगाती रही कि उन्हें रोस्टर के हिसाब से ड्यूटी लगाई जाए। उन्हें टारगेट कर परेशान ना किया जाए लेकिन वह अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए ड्यूटी करने का निर्देश दिया। उन्होंने ड्यूटी किया। खंड शिक्षा अधिकारी से शिक्षिका वंदना यादव ने बीमार बच्चें की देखभाल के लिए अवकाश की मांग की। बीएसए से उन्हें राहत मिली । बता दे इसके अलावा कई शिक्षकों ने नाम ने छापने की शर्त पर यह बताया कि कंरजाकला खंड शिक्षा कार्यालय में कुछ शिक्षको के साथ बीईओ भेदभाव करते है। शिक्षक की रोस्टर के हिसाब से ड्यूटी नहीं लगाई गई और कई शिक्षकों को परेशान भी किया गया। डाल्हनपुर खंड शिक्षा कार्यालय पर एआरपी बैठकर वहां बाबू स्तर के मामलो की डीलिंग करता है। वंदना यादव ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी दुर्व्यवहार करने की शिकायत मैंने बेसिक शिक्षा अधिकारी से कर दिया है । मुझे परेशान किया जा रहा है । उन्होंने आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिया।
बीएसए जौनपुर गोरखनाथ पटेल ने बताया कि
शिक्षिका बन्दना हमारे पास आयी थी,उसे अवकाश दे दिया गया ,उसके शिकायत पर हमने बीईओ से पूछताछ की,और उन्हे महिलाओ के साथ सलीके से बातचीत करने की नसीहत दी। हालाकि बीईओ से छूट्टी माग रही थी ,परीक्षाओ का प्रेशर था,ड्यूटी भी जरूरी थी,बस छूट्टी न मिलने से ऐसा आरोप लगाई है, बीईओ अनुभवी है,अभद्र व्यवहार नही कर सकते है । बन्दना को भी समझाया कि पढाने पर ध्यान दे छूट्टी पर नही। नौकरी को नौकरी तरह करनी होगी।