जौनपुर। मड़ियाहू तहसील परिसर में तहसीलदार कार्यालय में जाने वाले रास्ते पर निर्माणाधीन लान को तोड़कर घटिया किस्म से सीढ़ी का निर्माण कराया जा रहा है। तहसीलदार के नाक के नीचे इस तरह हो रहे घटिया निर्माण को लेकर अधिवक्ताओं ने प्रश्न चिन्ह उठाना शुरू कर दिया है। इस संबंध में अधिवक्ताओं ने एसडीएम मडियाहू एवं तहसीलदार को भी अवगत कराया लेकिन ठेकेदार अपने मनमानी पर उतारू है। सीढ़ी का निर्माण लगातार घटिया किस्म से चल रहा है। आशंका है सीढ़ी निर्माण के बाद कभी भी अधिवक्ता से लेकर वादकारी तक दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं।
तहसीलदार कार्यालय, लेखपाल कार्यालय एवं सभागार में जाने के लिए कुछ वर्षाे पुर्व आधा अधूरा लान बनाया गया था। जिसे एक हफ्ते पूर्व तोड़कर सीढ़ी का निर्माण हो रहा है। ठेकेदार द्वारा लान को तोड़कर उसमें से हजारों पुरानी ईंटें भी निकाली गई थी।
इसी पुरानी ईट को लगाकर ठेकेदार द्वारा सीढ़ी का निर्माण सफेद बालू एवं कम मात्रा में सीमेंट एवं मोरंग बालू डालकर कराया जा रहा है। सीढ़ी के चढ़ाव एवं बंधाव के लिए जो बीम में सरिया का प्रयोग किया जा रहा है। वह भी मानक से विपरीत ठेकेदार द्वारा कराया जाना मालूम नहीं पड़ रहा है।
जबकि शासनादेश है कि सरकारी कामों में जो भी ईट का प्रयोग किया जाएगा वह न्यू ब्रांड होगा और लाल बालू का ही निर्माण में प्रयोग किया जाएगा। लेकिन तहसील परिसर में अधिकारियों के सामने ही ठेकेदार आंख में धूल झोंक कर गंगा की घटिया रेती से निर्माण कार्य धड़ल्ले से जारी किए हुए हैं। और गिराया गया लाल बालू को थोड़ी मात्रा में मिलाया जा रहा है।
मड़ियाहू तहसील परिसर में एसडीएम कुणाल गौरव एवं तहसीलदार कृष्ण राज सिंह मौजूद रहते हैं।इसके अलावा इन अधिकारियों के नुमाइंदे भी उधर से दिन रात गुजर रहे हैं लेकिन क्या मजाल है ठेकेदार पर उंगली उठा सके।
इस संबंध में वरिष्ठ अधिवक्ता चंद्रेश कुमार यादव ने अधिकारीद्वय को घटिया सीढ़ी निर्माण के लिए अवगत कराकर संज्ञान में दिया है। इसके बावजूद ठेकेदार तेजी के साथ कार्य को निपटाने में लगा हुआ है।
इस संबंध में तहसीलदार कृष्णराज सिंह ने बताया कि मैं दो दिन पहले ही ठेकेदार को सही काम करने के लिए कहा हूं लेकिन वह मान नहीं रहा है। मैं हाईकोर्ट आया हूं आज शाम तक हर हाल में काम को रोक दिया जाएगा और जब तक सही कार्य नहीं होगा काम नहीं होने दिया जाएगा।