जौनपुर। स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते प्राईवेट अस्पतालों में आये दिन मरीज बेमौत मारे जा रहे है। डाक्टर और स्टाफ के नाखादे पन्न के चलते किसी के सिर से मां का साया उठ जा रहा तो किसी की गोद सुनी हो रही है। कोई अपने मां को तो कोई बाप को खो दे रहा है।
शुक्रवार को ऐसा ही एक दिल दहला देना वाला मामला जलालपुर थाना क्षेत्र से आया है। डिलेवरी के लिए एक प्राईवेट अस्पताल में भर्ती हुई एक महिला मौत हो गयी, लेकिन बच्चा स्वस्थ्य पैदा हुआ। आरोप है कि महिला की मौत होने के बाद डाक्टर और स्टाफ नवजात बच्चे व एक तीमारदार को अस्पताल में बंद करके फरार हो गये।
बताया जा रहा है कि भागवत हॉस्पिटल में प्रशव पीड़ा के बाद डिलवरी के लिए आई महिला का बिना परिजनों को बताये डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन कर दिया गया। ऑपरेशन के बाद बच्चा स्वस्थ्य पैदा हुआ लेकिन महिला की हालत बिगड़ने पर परिजनों द्वारा डॉक्टर से बार-बार रेफर कहने के बाद भी डॉक्टर द्वारा महिला को रेफर नही किया गया और परिजनों की बात को अनसुना करते रहे। इस दौरान महिला की मौत हो गई। महिला की मौत के बाद अस्पताल और स्टाफ के द्वारा शव को बाहर निकाल कर रख दिया गया और नवजात शिशु व उनके तीमारदार को ताला बंद कर फरार हो गए। करीब चार घंटे के बाद परिजन अस्पताल पहुँचे तो देखा की अस्पताल में ताला लगा रहा। परिजनों ने शोर मचाया तो आसपास के लोग इक्कट्ठा होने लगें किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। तत्काल मौके पर पुलिस पहुँचकर अस्पताल का ताला तोड़कर नवजात शिशु और तीमारदार को बाहर निकाला। इस दौरान ग्रामीण व परिजनो ने शव को हॉस्पिटल के बाहर रखकर आक्रोश जताया।
आपको बताते चले की पुरेव गांव निवासी महिला अंजू देवी 27 वर्ष को प्रसव पीड़ा होने पर भागवत हॉस्पिटल लाया गया जहाँ डॉक्टरों द्वारा पहले परिजनों से नार्मल डिलवरी की बात कही गई फिर परिजनों के बिना जानकारी के डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन कर दिया गया। बच्चा तो स्वस्थ्य पैदा हुआ लेकिन माँ की हालत बिगड़ने लगीं। परिजनों के द्वारा बार-बार डॉक्टर से गुहार लगाने के बाद भी डॉक्टरों द्वारा महिला को रेफर नही किया गया। उसी बात से परिजन नाराज थे और डॉक्टर की घोर लापरवाही बताया और कार्यवाही की मांग की। मामले की जानकारी देते हुए सामुदायिक स्वाथ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी आलोक कुमार सिंह ने बताया कि डॉ. द्वारा महिला की ऑपरेशन के बाद महिला की मौत हो गई । परिजनों द्वारा डॉक्टर के ऊपर लापरवाही का आरोप लगया जा रहा है और कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। साथ ही चिकित्सा प्रभारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को लेते हुए हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है। हॉस्पिटल को सील कर मामले की जांच की जा रही हैं दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्यवाई की जाएगी।
घटना की जानकारी देते हुए सीओ केराकत गौरव शर्मा ने बताया कि परिजनों द्वारा लिखित तहरीर मिला है और डॉक्टर और आशा पर आरोप लगाया गया है पुलिस तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही की जा रही हैं।