जौनपुर। नेवढ़िया थाना क्षेत्र के दीपापुर गांव में एक घर के अंदर सोमवार की रात 2:30 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में ब्लास्ट होने से समूचा पक्का मकान मलबे में तब्दील हो गया है। ब्लास्ट से परिवार के 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। जिसे वाराणसी के एक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। घर का सारा सामान ब्लास्ट होने से जल गया है। पुलिस का मानना है कि ब्लास्ट गैस सिलेंडर के लीक होने से हुई है। लेकिन ब्लास्ट के दौरान गैस सिलेंडर का एक भी टुकड़ा पुलिस बरामद नहीं कर सकी है। ग्रामीणों की माना जाए तो रात में ब्लास्ट की आवाज 2 किलोमीटर तक सुनाई दिया था।
थाना क्षेत्र के दीपापुर गांव में पारस सोनकर का पक्का मकान है जो ईट गाटर से बनाया गया है। पारस सोनकर सब्जी एवं ईख का रस बेचकर जीवन यापन करना बताया जाता है। सोमवार की रात 2:30 बजे पारस सोनकर का पक्का मकान ब्लास्ट होने से मलबे में तब्दील हो गया। ग्रामीणों की माना जाए तो पक्का मकान में ब्लास्ट होने की आवाज दो किलोमीटर तक सुनाई दिया था। सूचना पर रात में ही थानाध्यक्ष विनय कुमार मिश्रा फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे तो वहां मकान मालिक पारस सोनकर 26 वर्ष, पत्नी कविता 24 वर्ष, 1 वर्ष का बेटा कार्तिक सोनकर गंभीर रूप से झूलसकर तड़पड़ा रहा था और मकान का मलबा गिरने से पारस की मां राधिका देवी गंभीर रूप से घायल हो गई थी। सभी लोगों को पुलिसकर्मियों ने उठाकर आनन-फानन में वाराणसी के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां इलाज चल रहा है।
मकान में ब्लास्ट कैसे हुआ यह अबूझ पहेली बनी
सोमवार की रात 2:30 बजे पुलिस की माना जाए तो घर के अंदर रसोई गैस सिलेंडर का रिसाव होने से ब्लास्ट हो गया और ब्लास्ट होते ही पूरा का पूरा मकान मलबे में तब्दील हो गया। पक्के मकान में रखा कपड़ा भी आग में जल गया था। लेकिन जो सिलेंडर ब्लास्ट हुआ उसका एक टुकड़ा भी पुलिस अभी तक बरामद नहीं कर सकी है। जिसके कारण पूरा का पूरा ब्लास्ट ही संदिग्ध प्रतीत हो रहा है।
आसपास के ग्रामीणों की माना जाए तो घर के अंदर सिलेंडर नहीं बल्कि और कुछ खेल रात के अंधेरे में किया जा रहा था। जिसके कारण इतना बड़ा ब्लास्ट हुआ है क्योंकि ब्लास्ट की आवाज 2 किलोमीटर तक सुनाई दिया था। घर के अंदर रसोई गैस का एक सिलेंडर और पुलिस ने बरामद किया है जो सही हालत में पाया गया लेकिन जो सिलेंडर ब्लास्ट होना बताया जाता है उसका एक भी टुकड़ा अभी तक न तो ग्रामीणों ने देखा और ना ही पुलिस बता पा रही है। ऐसा लगता है कि घर के अंदर हुई ब्लास्ट को पुलिस छुपाने की कोशिश कर रही है।
मकान ब्लास्ट मामले में थानाध्यक्ष क्या बोले
इस संबंध में थानाध्यक्ष विनय कुमार मिश्रा ने बताया कि घर के अंदर रसोई गैस सिलेंडर के रिसाव होने से यह ब्लास्ट हुआ है। रात 2:30 बजे मैं पहला व्यक्ति हूं जो पहुंचा था। जब उनसे यह पूछा गया कि ब्लास्ट वाला सिलेंडर मिला कि नहीं तो उन्होंने साफ-साफ बताया कि मैं इतना विशेषज्ञ नहीं हूं कि उस सिलेंडर को खोज सकूं। फिलहाल 4 लोग घायल हैं जिसमें मकान मालिक पारस उनकी पत्नी और उनका बेटा 70% झुलस गया है और उनकी मां मलबे के गिरने से गंभीर रूप से घायल है।