जौनपुर। सुरेरी थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव में एक पखवारा पूर्व साड़ के हमले से गंभीर घायल अधेड़ की इलाज के दौरान बीती रात ट्रामा सेंटर वाराणसी में मौत हो गई। मौत की समाचार मिलते ही परिजनों में हाहाकार मच गया। क्षेत्रीय लेखपाल को सूचना देने के बावजूद भी आज तक शासन और जिलाधिकारी को रिपोर्ट तक नहीं भेजी गई जिसके कारण परिजनों में लेखपाल के प्रति आक्रोश व्याप्त है।
जगदीशपुर गांव निवासी रामधनी यादव 65 वर्ष को 15 दिन पूर्व गांव में ही घूम रहे एक छुट्टा साड़ ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। परिजनों ने उन्हें इलाज के लिए रामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले गए जहां पर उनकी हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां से सीधे इलाज के लिए अधेड़ को ट्रामा सेंटर वाराणसी ले जाया गया।
जिसके बाद परिजनों ने घटना की सूचना क्षेत्रीय हल्का लेखपाल को दिया गया। छुट्टा साड़ के हमले की सूचना मिलने के बावजूद आज तक लेखपाल ने कोई रिपोर्ट शासन को नहीं भेजा।
आरोप है कि अति गरीब परिजन इलाज के लिए हल्का लेखपाल को रिपोर्ट प्रेषित करने की गुजारिश करते रहे लेकिन लेखपाल ने परिजनों की एक बात भी नहीं सुनी और लेखपाल यह कहता रहा कि हम रिपोर्ट कानूनगो को दे दिए। लेकिन परिजनों को कोई भी आर्थिक सहायता इलाज के लिए नहीं मिल सका। 15 दिन बाद अधेड़ रामधनी यादव इलाज के दौरान ट्रामा सेंटर में शुक्रवार की रात मौत की नींद सो गए।
उनका शव घर आते ही हल्का लेखपाल के प्रति परिजनों ने आक्रोश व्यक्त करना शुरू कर दिया और मृतक के शव को तहसील परिसर तक ले जाने की योजना बनाई जाने लगी। लेकिन मौके पर पहुंचे मृतक के रिश्तेदार और मड़ियाहूं तहसील के वरिष्ठ अधिवक्ता चंद्रेश यादव एवं पूर्व महामंत्री बीएल यादव ने समझा-बुझाकर पहले शव का दाह संस्कार करने की बात कही। चंद्रेश यादव ने कहा कि हल्का लेखपाल से बात हो चुकी है परिजनों को कृषक बीमा दिलवाया जाएगा। उन्होंने समझाया कि अब तो रामधनी इस दुनिया में नहीं रहे मामले को शांति से निपटाया जाय। जिसके बाद परिजन शांत हुए और शव का अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार हुए।