अनिल सिंह
रामपुर (जौनपुर)15जन.। क्षेत्र में दीन दुखी असहयोग की सेवा में हमेशा तत्पर रहने वाले बाबू राम सूरत सिंह अद्भुत अलौकिक प्रतिभा के धनी थे। यह बातें प्राचार्य हरी सिंह ने सहदेव इंटर कॉलेज के संस्थापक बाबूराम सूरत सिंह के 81वें जन्मोत्सव समारोह के अवसर पर मंगलवार को उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि बाबू राम सूरत सिंह के सामाजिकता का सबसे बड़ा प्रतीक है इस अति पिछड़े क्षेत्र में सहदेव इंटर कॉलेज की स्थापना करना है। जिससे आज सर्व समाज के छात्र-छात्राएं लाभान्वित हो रहे हैं, नहीं तो आलम यह था लड़के तो किसी प्रकार से दूरदराज इंटर कॉलेजों में पढ़ लेते थे पर बालिकाएं अशिक्षित रह जाती थी। आज उन्हीं की प्रेरणा का देन है इस इंटर कॉलेज के बगल में उनके होनहार पुत्र द्वारा रामसूरत सिहं महाविद्यालय की स्थापना की गई जिससे आज छात्राओ को प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा के लिए कहीं नहीं भटकना पड़ रहा है। • बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. ज्ञान प्रकाश सिंह ने छात्र-छात्राओं से आवाहन किया कि वह कड़ी मेहनत करें साथ ही प्रत्येक कार्यो को राष्ट्रहित को दृष्टिगत रखते हुए करें। निश्चित रूप से इससे उनका व देश का विकास होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता लालचंद पांडे व संचालन विजय बहादुर सिंह ने किया आगंतुकों के प्रति प्रधानाचार्य डा0 सन्तप्रसाद मिश्र आभार व्यक्त किया एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रबंधक सत्यप्रकाश सिहं (दिलीप) ने किया। इस अवसर पर शिवशंकर गुप्ता, राकेश यादव ,त्रिभुवन पाण्डेय, सर्वेश सिंह, दीप नारायण सिंह, बिष्णु सिंह सहित सैकडो लोग उपस्थित रहे ।कार्यक्रम का शुरूआत संस्थापक बाबू रामसूरत सिंह के मूर्ति पर माल्यार्पण कर किया गया। उसके पश्चात छात्राओ ने सास्संकृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया ।
Home / Latest / राम सूरत सिंह सहदेव इण्टर कालेज के संस्थापक की 81वीं जन्मदिन पर बोले, अलौकिक प्रतिभा के धनी थे बाबूराम सूरत सिंह-प्राचार्य हरी सिंह