जौनपुर। बरसठी विकास खंड के संग़ाम सिंह जूनियर हाई स्कूल कटवार के प्रांगण में सोमवार की शाम महाराणा प्रताप जी की जयंती समारोह धूमधाम से मनाई गई।
इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओं ने कहा महाराणा प्रताप ने किस प्रकार देश के लिए अपनी वीरता दिखाई वह भुलाया नहीं जा सकता। वीर महाराणा प्रताप के संबंध में कहा जाता है कि
“जब डूब रही थी धर्म की कश्ती लगता दूर किनारा था।”
“तब लेकर हाथ में धर्म ध्वजा मेवाड़ी शेर दहाड़ा था।।”
महाराणा प्रताप ने देश के आन बान शान की रक्षा के लिए देश के गद्दारों से ही नहीं अपितू बाहर से आए लोगों से लड़ने का काम किया जो एक मिसाल कायम है। देशप्रेम, स्वाभिमान और पराक्रम से भरी उनकी गाथा देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणास्रोत बनी रहेगी।
चन्द्र शेखर सिंह जिला उपाध्यक्ष अ.भा. क्षत्रिय समाज एकता जौनपुर ने कहा कि महाराणा प्रताप का जन्म तत्कालीन मेवाड़ राज्य और राजसमंद जिले के कुंभलगढ़ में हुआ था। महाराणा उदय सिंह द्वितीय और महारानी जयवंता बाई के सबसे बड़े बेटे महाराणा प्रताप कुशल योद्धा के साथ युद्ध रणनीति में दक्ष थे। उन्होंने मेवाड़ की मुगलों से हर बार रक्षा ही नहीं की बल्कि उन्होंने मेवाड़ से खदेड़ने का काम भी किया। विपरीत परिस्थितियां के बाजवूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
कार्यक्रम के आयोजक समाजसेवी गंगा प़साद सिंह रहे। संचालक प़मोद सिंह रहे।
इस मौके पर चंदा सिंह प्रधान करो, राजकुमार सिंह (जिला कार्यसमित सदस्य), सुशील पाठक, गिरिजेश सिंह, चन्द्रशेखर सिंह, आशीष सिंह, संजय सिंह, सुबाष शर्मा, मुन्ना सिंह, मुकेश सिंह (मंडल महामंत्री बरसठी) कटवार गांव के वरिष्ठ गणमान्य लोगो ने जयंती समारोह में कोविड-19 को देखते हैं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उपस्थित रहे।