जौनपुर(11 जन.)। सिकरारा के कुंवरदा चौराहा पर शुक्रवार की शाम इंसानियत को शर्मसार करने का मामला सामने आया है। जहां एक निर्दयी मां अपनी करीब दो माह की बेटी को सरपत की झांडियो में रखकर रफुचक्कर हो गई। मौके पर पहुंची सौ नम्बर पुलिस टीम ने बच्ची को निजी चिकित्सक के यहां ले गए। चिकित्सक द्वारा बच्ची को स्वस्थ बताने पर पुलिस ने बच्ची की देखरेख के लिए कंधरपुर गांव के प्रधान के पति को सौप दिया।
कंधरपुर गांव के निवासी प्रधानपति कौशलेंद्र यादव शाम को उक्त चौराहा पर चाय पीने के लिए पैदल ही घर से निकले तो चौराहा से लगभग सौ मीटर की दूरी से पहले सड़क किनारे सरपत की झाड़ियों के बीच से उनको बच्चे की रोने की आवाज सुनाई पड़ी। आवाज सुनकर जब वो पास गए तो देखा कि ऊनी कपड़ों के साथ जैकेट में लगभग दो माह की एक बच्ची रो रही थी। प्रधान के पति में उक्त बच्ची को गोंद में लेकर आस- पास के लोगो से उसके बारे में जानकारी लेते हुए सौ नम्बर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची सौ नम्बर पुलिस टीम ने बच्ची के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए चौराहा पर ही एक निजी चिकित्सक के पास ले गए। चिकित्सक द्वारा जब यह बताया गया कि बच्ची पूर्ण रूप से स्वस्थ है तो पुलिस ने उक्त बच्ची के देखभाल की जिम्मेदारी प्रधान के पति को दे दी।
गांव में बच्ची को देखने आ रही ग्रामीण महिलाओं में तरह- तरह की चर्चा थी। कोई कहती कि उस निर्दयी मां को जरा भी इस मासूम पर दया नहीं आई जिसे वह झांडियो में मरने के लिए छोड गई। हांलाकि उसकी क्या मजबूरी रही होगी यह तो जांच होने के बाद ही पता चल पाएगा। जब उस जन्म देने वाली मां का पता चलेगा। लोगो मे यह भी चर्चा था कि उसकी पैदाईश ही नाजायज हो।