जौनपुर। डा० प्रशांत कुमार पान्डे ने बताया कि कोविड महामारी के दूसरे चरण में यह ज्यादातर देखने को मिल रहा है की जब तक मरीज की स्वांस प्रक्रिया में थोड़ा सा भी परिवर्तन देखने को मिलता है और साथ में इस बीमारी के शुरूआत के लक्षण भी दिख रहे हो, तब तब लगभग 40-50% फेफड़े खराब हो चुके होते हैं।
मरीज को फेफड़े की इस खराब हालत के बावजूद स्वांस ज्यादा नहीं फूलती; इसे हैप्पी हाइपोक्सिया कहते हैं।
जब मरीज की स्वास थोड़ी ज्यादा फूलनी चालू होती है तब तक ऑक्सीजन और गंभीर अवस्था में वेंटीलेटर की जरूरत पड़ जाती है।
इसलिए धोखे में मत रहिए। थोड़ी स्वास फूलने पर घर पर तुरंत ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल चेक करिए अगर यह 94% से कम है तो तत्काल अपने डॉक्टर से सलाह लीजिए डॉक्टर द्वारा दिये गए दिशा निर्देश का पालन कीजिये
अपना खयाल रखें, पॉजिटिव सोच रखें तथा हार न मानें।
एक दिन हम सब को मिलकर कोरोना का समूल नाश करना है।
अंत में फिर से कुछ सीख देना चाहूंगा जोकि आप सब जानते हैं पर अक्सर मानते नही
1. सामाजिक दूरी बनाए रखिए, ये आपका सबसे बड़ा हथियार है
2. हो सके तो डबल मास्क लगाएं, यह इन्फेक्शन को रोंकने में ज्यादा इफेक्टिव है
3. हांथ को चेहरे और नाक से दूर रखें, इससे इन्फेक्शन आपके स्वास नाली तक नहीं पहुंचेगा।
4. कोई भी चीज छूने के बाद हांथ को अच्छी तरह साबुन से धोएं या अच्छे से सैनिटाइज करें।
5. जब तक बहुत जरूरत न हो घर से बाहर, दुकान, शॉपिंग मॉल, क्लिनिक या हॉस्पिटल न जाएं, वहां इन्फेक्शन का खतरा ज्यादा है।
6. लॉक डाउन का अच्छे तरह से पालन करें
याद रहें कि घर के बाहर निकलते ही आप कब संक्रमित हो जाएंगे आपको भी पता भी नही चलेगा।
7. सोशल मीडिया, दोस्तों, फैमिली मेंबर्स की सलाह पर अंग्रेजी दवाइयां, रेमडेसिविर इंजेक्शन या अन्य भ्रामक प्रचार के पीछे न भागें। हर मरीज अपने आपमें अलग होता है और हो सकता है सबको अलग उपचार की जरूरत हो।
8. रोज दिन में दो बार भाप लें, भले आपको इन्फेक्शन हो या न हो। यह आपको इन्फेक्शन से भी बचाता है।
9. रोज नमक गुनगुने पानी का गरारे करें
10. खट्टे फल, विटामिन सी, विटामिन डी, जिंक और दूसरे ताजे फलों का रेगुलर सेवन करें इससे आपकी इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग बनी रहेगी जिससे जल्दी इन्फेक्शन नहीं होगा और अगर इन्फेक्शन हो भी गया तो गंभीर बीमारी का खतरा कम होगा।