जौनपुर। बरसठी थाना क्षेत्र के चंद्रभानपुर गाँव निवासी सदानंद दुबे का 15 वर्षीय निहाल अपने मौसी के घर हँसिया गांव पहुचने से पहले तेज रफ्तार बाइक सवार ने टक्कर मार देने से मौत हो जाने के मामले में पुलिस ने मृतक के चाचा की तहरीर पर लापरवाही से गाड़ी चलाने का मुकदमा दर्ज करते हुए बाइक चालक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
निहाल के मौत के जिम्मेदार चालक को पुलिस ने जेल जरूर भेज दिया लेकिन मृतक निहाल की माता पिंकी दुबे कि आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं मुंबई से उसके पिता सदानंद दुबे भी बेटे के गम में कुछ बोल नहीं पा रहे हैं। पिता केवल इतना ही कह पा रहे हैं कि अगर पता होता तो हम अपने बेटे को छोड़कर बांबे नहीं जाते। बता दें कि सदानंद दुबे मुंबई स्थित एक रबड़ कंपनी में सुपरवाइजर का काम करते हैं जिस दिन बड़े बेटे निहाल की मौत हुई उसी दिन वह मुंबई के टर्मिनल पर ट्रेन से उतरे थे तभी यह मनहूस खबर उन्हें फोन द्वारा पता चला वह अपने रूम पर ही नहीं गए वहीं से दूसरी ट्रेन पकड़ कर बरसठी आ गए।सदानंद दुबे का निहाल बड़ा पुत्र था और 10 वर्ष कुनाल दूसरे नंबर का था जबकि 8 वर्ष की खुशी एक बेटी है। भाई की मौत पर बहन भी रो-रोकर केवल इतना कह पा रही है की अब भैया को राखी हम कैसे बांधेगे। माता पिंकी अपने दोनों पुत्र एवं पुत्री को लिपट कर बार-बार और रोते हुए सुध खोती जा रही है।
बता दें कि 19 अप्रैल की शाम मौसी के घर जाते समय लखराव निवासी शुभम पटेल के बाइक से धक्का लग जाने के कारण कुनाल की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी। घटना के कुछ देर बाद ही मौके पर पहुँची बरसठी पुलिस ने बाईक चालक समेत बाईक को अपने कब्जे में ले लिया था। पुलिस ने मृतक के चाचा त्रिभुवन दुबे के तहरीर पर लापरवाही से गाड़ी चलाने का मुकदमा पंजीकृत करते हुए शुभम को दूसरे दिन जेल भेज दिया था।