जौनपुर। बरसठी थाना क्षेत्र के धनीपुर गांव में गहमागहमी के बीच कोटे की दुकान का चयन किया गया। लेकिन स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने फर्जी ढंग से कोटे का चयन करने की बात कहते हुए जमकर हंगामा किया। हंगामे को शांत कराने के लिए पहुंची पुलिस के साथ ग्रामीणों ने जमकर धक्का-मुक्की किया। जिसके बाद चुनाव अधिकारी एकतरफा एक समूह की महिला को जीत की घोषणा करते हुए कागजातों को समेटकर निकल गए।
बताया जाता है कि धनीपुर गांव का कोटा काफी दिनों से निलंबित चल रहा था। जिसको लेकर पिछले 22 फरवरी को कोटे का चुनाव रखा गया था जहां कोरम के अभाव में चुनाव नहीं हो सका। जिसके बाद शनिवार को पुनः धनीपुर बगीचा में 12:20 पर पहुंचे बरसठी के नोडल अधिकारी अंकित कावरा ने चुनाव की प्रक्रिया अपनी देखरेख में शुरू कराई। जिसमें शिव शक्ति सहायता समूह की महिला सुजाता देवी ने अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर दावेदारी पेश किया। थोड़ी देर बाद जय मां दुर्गा स्वयं सहायता समूह की निर्मला देवी ने पहुंच कर चुनाव अधिकारी को अपने कागजात उपलब्ध कराते हुए दावेदारी किया, आरोप है कि चुनाव अधिकारी ने कहा कि जय मां दुर्गा स्वयं सहायता समूह इस चुनाव में भाग नहीं ले सकती आप लोग दूसरी स्वयं सहायता समूह को बुलाइए तो समर्थकों ने वारिस पाक प्रबोधनी महिला स्वयं सहायता सेवा समित के रूहफजा बेगम ने खड़ी होकर अपनी दावेदारी किया। उस समय भी नोडल अधिकारी ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि 12:30 हो गया है समय सीमा खत्म हो गई है कहते हुए मौजूद बाहरी समर्थकों के दबाव में एकतरफा शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह की सुजाता देवी को कोटे की दुकान देने का ऐलान कर दिया। इसके बाद मामला बिगड़ गया और ग्रामीण नोडल अधिकारी के पास शोर मचाते हुए जाने लगे। मौके पर मौजूद पुलिस भी ग्रामीणों के बीच पहुंची तो पुलिस अधिकारियों ने नोडल अधिकारी के टेबल तक पहुंचने से रोकने लगी जिसके कारण पुलिस से जमकर धक्का-मुक्की हुई। मामला बिगड़ता देख चुनाव अधिकारी अंकित कावरा कागजातों को समेटकर तेजी के साथ गाड़ी में बैठकर निकल गए। जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। प्रत्याशी रूहअफजा बेगम का आरोप है कि नोडल अधिकारी अंकित कावड़ा बाहरी लोगों के दबाव में काम करते हुए एक पक्षीय घोषणा किया है।
Home / Latest / जौनपुर। धनीपुर गांव में कोटे की दुकान हुआ चयन, दूसरे पक्ष ने जबरदस्ती दुकान चयन करने का लगाया आरोप