शीतला प्रसाद सरोज
मुंबई(21दिसंबर)। सामाजिक व साहित्यिक संस्था ‘चंद्रा विकास मंच’ ने अंधेरी (प.) स्थित जुहू-चौपाटी समुद्र के किनारे, खुले आसमान के नीचे काव्यगोष्ठी का आयोजन किया, जिसमें देश के जाने-माने रचनाकारों भाग लेकर श्रोताओं का भरपूर मनोरंजन किया।
काव्यगोष्ठी में हेमा चंदानी ‘अंजुलि’ ने अपनी यह रचना ‘सावन में बरसे रे बदरा, नैनों से बह गया कजरा और इस लिये खड़ा रहा कि तुम मुझे पुकार लो, पुकार का दुलार लो।’ को जब सुनाया तो श्रोताओं की ओर से खूब तालियां बंजी।
इसी क्रम में सत्यवती मौर्या, दिव्या जैन, कुसुम तिवारी, विजया तुली, नईमा इम्तियाज़, नज़मा मां, चैतन्य कुमारी, श्रीराम शर्मा, शेखर अस्तित्व, आकाश नायक, त्रिभुवन जैसवाल, जिब्रान अख्तर, आशुतोष शर्मा, रमेश कुमार, जवाहर लाल निर्झर, अरुण दुबे, गुलशन मदान, श्याम सुंदर शर्मा, देवनारायण शर्मा, एनबी सिंह नादान, तेजपाल थारवानी, हौशिला अन्वेषी, दिनेश बैसवारी, गोपीकृष्ण बुबना, डॉ. गुरप्रीत सिंह, रामजी कुमार और विजय वर्मा ने भी अपनी रचनाओं को सुनाकर कार्यक्रम में शामिल श्रोताओं का भरपूर मनोरंजन किया। गौरतलब है कि इस मौके पर वरिष्ठ गीतकार मदन पाल के निधन पर 2 मिनिट का मौन रख कर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी गयी।आयोजक व ‘चंद्रा विकास मंच’ की अध्यक्ष हेमा चंदानी ‘अंजुलि’ ने बताया यह कार्यक्रम वह हर साल स्व. बड़े भाई संगीतकार विकास कुमार की याद में करती हैं।