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जौनपुर। पशुपालक अपने पशुओं को बेसहारा न छोड़ें, शासन भरण-पोषण के लिए प्रति पशु दे रही है

जौनपुर (17जुलाई)। जनपद के तमाम क्षेत्रों में इस समय छुट्टा पशुओं को घूमते हुए सड़कों एवं खलिहानों में देखा जा सकता है। जिसके लिए शासन धीरे धीरे सख्त होती जा रही है इनकी सुरक्षा और खान पान में भारी मात्रा में शासन पैसे भी मुहैया कराने जा रही है जो खंड विकास अधिकारी के माध्यम से आम पशु पालको तक पहुंचने की है।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 विरेन्द्र सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में देखा जा रहा है कि पशुपालक भाई गाय पालते है, गाय जब तक दूध देती है तो उसे घरो में रखते है परन्तु जैसे ही दूध देना बंद करती है तो उसे निराश्रित/बेसहारा छोड़ देते है। इसके अलावा भी कुछ लोग प्रतिदिन दूध निकालने के बाद अपनी गायों को खुला छोड देते है। इसी प्रकार ज्यादातर गोपालक गाय से पैदा हुए नर बछड़ो एवं सांड को भी निराश्रित/बेसहारा छोड़ देते है। हांलाकि यही गोवंश बाद में हमारे कृषक भाइयों की जहा एक ओर फसलों को नुकसान पहुचाते है, वही पर कई बार सडको एवं अन्य रास्तो पर दुर्घटना का कारण भी बनते है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए शासन की मंशा के अनुरुप इस निराश्रित गोवंश को सुरक्षित करने हेतु जनपद के 21 विकास खण्डों में अब तक 21 अस्थायी गोआश्रय स्थल बनाये गये है, जिनमें कुल 1899 निराश्रित/बेसहारा गोवंश संरक्षित है। जिनके भरण-पोषण हेतु शासन द्वारा अनुमन्य रु0 30.00 प्रति पशु की दर से सम्बन्धित विकास खण्ड के खण्ड विकास अधिकारी को आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान किया जाता है और सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी अपने क्षेत्र की गोशाला के संचालनकर्ता समिति (ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी) को बैंक खाते में भुगतान करते है और प्राप्त धनराशि का व्यय विवरण भी देते है। वर्तमान में गोशालावार संरक्षित गोवंश एवं उनके भरण-पोषण के लिए उपलब्ध कराई गयी धनराशि तहसील सदर में अस्थायी गोशाला कृषि भवन में गोवंश 477 है जिसमें दी गयी धनराशि 2117400 है। इसी प्रकार विकास खण्ड करंजाकला के जगदीशपुर पशु हाट में 24 गोवंश संरक्षित है दी गयी धनराशि रु0 471000, धर्मापुर के इमलो पांडेय पट्टी पशु हाट में 50 गोवंश, धनराशि रु0 290800, सिकरारा के चांदपुर में 102 गोवंश धनराशि रु0 568800, सिरकोनी के अमदहा में 125 गोवंश धनराशि रु0 194000, बक्सा के लिए रु0 50000, मुंगराबादशाहपुर में उकनी में बरसात से किचड़ होने के कारण इटहरा में ट्रंास्फर किया जा चुका है। 72 गोवंश धनराशि रु0 181400, मछलीशहर के सराय यूसुफ में 74 एवं जरौना में 17 गोवंश धनराशि रु0 289800, सुजानगंज के देवकली हेतु रु0 50000, बदलापुर के मुरादपुर कोटिला पशु हाट में 150 गोवंश धनराशि रु0 482400, महराजगंज के सीड में 20 गोवंश में धनराशि रु0 50000, खुटहन के सहकारिता कोल्ड स्टोरेज खुटहन में 175 गोवंश धनराशि रु0 782000, शाहगंज के सिधाई के 43 गोवंश एवं सोधी में शाहपुर के 25 गोवंश के लिए धनराशि रु0 50000, सुइथाकला में 52 गोवंश धनराशि रु0 50000, मुफ्तीगंज के कटका घुरहूपुर में धनराशि रु0 50000, जलालपुर लहंगपुर में 85 गोवंश धनराशि रु0 327600, केराकत के हुरहुरी पशु हाट में 90 गोवंश धनराशि रु0 599800, डोभी के उमरी पशु हाट में 105 गोवंश धनराशि 516800, मडि़याहॅू के निजामुद्दीनपुर में 70 गोवंश धनराशि रु0 225400, रामनगर के गोपालापुर में 66 गोवंश धनराशि रु0 651290, रामपुर के पचुर्खी जालिम सिंह में 75  धनराशि 170000, बरसठी के सिरौली में 12 गोवंश धनराशि 50000 दी गयी है। इसी प्रकार कुल 1901 गोवंश सरंक्षित है तथा 24 स्थानों के लिए कुल रु0 8218490 दी गयी है। उन्होंने बताया कि अभी तीन स्थनों पर जिसमें बक्सा के उमरछा में स्थान चिन्हित किया गया है तथा सुजानगंज के देवकली एवं मुफ्तीगंज के कटका घुरहूपुर में को अभी संचालित नही किया गया है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने सभी पशुपालक भाइयों से अनुरोध किया है कि भविष्य में अपने गोवंश को बेसहारा/निराश्रित न छोडे, इससे किसानों को परेशानी का सामना न करना पडे, क्योकि इस समय धान रोपाई, मक्का, ज्वार, बाजार आदि की बुआई की जा रही है।

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